Sunday, May 5th, 2024

संघी कुलपति हटाने की फिराक में था शासन, तो कुलपति ने बनाया विश्वविद्यालय बदलने का मन 

भोपाल
महाराज छत्रसाल विश्वविद्यालय के कुलपति का चयन करने के लिए सर्च कमेटी ने 12 उम्मीदवारों के साक्षात्कार कर लिए हैं। उनमें से तीन उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को भेज दिए गए हैं। अब राज्यपाल पटेल पैनल में शामिल किसी एक उम्मीदवार को विवि का कुलपति नियुक्त करेंगी। 

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संघ और बीजेपी का बिल्ला रखने वाले अधिकारियों को बाहर करने की व्यवस्था बना रखी है। इसके चलते कुलपतियों के इस्तीफे भी ले लिए गए हैं। यहां तक आयोग और परिषदों से भी उन्हें हटाने की व्यवस्था की जा रही है। 

जबकि उच्च शिक्षामंत्री जीतू पटवारी ने साफ तौर पर कहाकि वे बदले की भावना से कार्य नहीं करते हैं। इसके बाद भी धल्ले कुर्सियों पर से अधिकारियों को चलता किया गया है। यही कारण है महाराजा छात्रसाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रियव्रत शुक्ल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसलिए राजभवन ने जनवरी में कुलपति का चयन के लिए विज्ञापन जारी कर आवेदन तक जमा करा लिए। वहीं रानी दुर्गावति विवि जबलपुर के कुलपति कपिलदेव मिश्र को हटाने के लिए शासन ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा को आधार बना लिया है। इसके लिए विवि की एक कमेटी जांच भी कर रही है। 

शासन उन्हें धारा 52 लगाकर हटाने की प्रक्रिया पूर्ण कर पाता। उन्होंने छतरपुर विवि में कुलपति बनने के लिए आवेदन कर दिया। अब छतरपुर विवि में उनके कुलपति बनना लगभग तय बताया गया है। क्योंकि सर्च कमेटी के गोपनीय लिफाफे में उनका नाम सबसे ऊपर बताया गया है। वहीं वे आरएसएस में मजबूत पकड़ रखते हैं। इसके साथ कांग्रेस विधायक नीलांशु चतुर्वेदी उनके काफी नजदीक है। अब शासन आरडीविवि में उन्हें हटाने की प्रक्रिया को अंजाम देना भी शुरू करते हैं, तो इसके पहले छतरपुर विवि की कुर्सी संभावने केलिए पहले आरडीविवि के कुलपति पद से इस्तीफा दे देंगे। 

उम्मीदवारों नेबताया अपना टारगेट 
राजभवन ने कुलपति बनने के लिए आए आवेदनों की स्क्रूटनी कर करीब एकदर्जन उम्मीदवारों को साक्षात्कार करने के लिए बुलाया था। इसमें सागर विवि से चार प्रोफेसर आनंद प्रकाश मिश्रा कैमिस्ट्री, फरीद खान कैमिस्ट्री, राजनाथ यादव प्रो वाइंसलर बिहार, वायएस ठाकुर मैनेजमेंट। वहीं भोपाल से केएस तिवारी वह अभी छतपुर विवि में लोकपाल बने हुए हैं। फीस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष टीआर थापक, एसवी पालीटेक्निक प्राचार्य आशीष डोंगरे, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से राजीव गांधी चेयर के अध्यक्ष एसएन चौधरी, कपिल देव मिश्र कुलपति आरडीविवि जबलपुर, सतेंद्र कुमार शर्मा दिल्ली, रेणू जैन ग्वालियर और आगरा से राकेश कुमार सिंह धाकडे शामिल हुए। इसमें आरएसएस विचारधारा के करीब आधा दर्जन उम्मीदवार शामिल हुए हैं। 

साक्षात्कार के दौरान उनसे पूछा गया कि वे विवि को कैसे संचालित करेंगे। कुलपति बनने के बाद उनका उद्देश्य क्या होगा के साथ करीब आधा दर्जन सवाल किए गए हैं। सभी ने अपने योग्यता के हिसाब से जवाब दिया है। उनकी योग्यता को अपनी कसौटी पर उतारते हुए सर्च कमेटी ने तीन नामों का पैनल तैयार कर राज्यपाल पटेल को सौंप दिया है। 

इन्होंने दिए थे इस्तीफे 

  • प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति - टीआर थापक 
  • मप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद - नवीन चंद्रा 
  • मप्र निजी विवि विनियामक आयोग -अखिलेश कुमार पांडे
  • महाराज छत्रसाल विवि छतरपुर - प्रियव्रत शुक्ला 
  • विक्रम विवि उज्जैन - एसएस पांडे 
Source : MP Education

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